आज जानेंगे कि RAS Syllabus In Hindi 2025 PDF, RAS Syllabus Pdf In Hindi, RAS Pre Syllabus 2025 In Hindi, RAS Mains Syllabus 2025 In Hindi के बारे में आपको बताने वाले है.
RAS Exam Pattern in hindi-
अब हम आपको RPSC RAS Ka Syllabus And Exam Pattern in hindi के बारे विषय के अनुसार बताने वाले है –
- लिखित परीक्षा (Written Exam)
- prelims (objective)
- mains (descriptive)
- Interview (साक्षात्कार)
- दस्तावेज सत्यापन (Document Verification)
RAS prelims Exam Pattern in hindi –
Paper | विषय | प्रश्न संख्या | अंक संख्या | समय |
prelims | सामान्य ज्ञान और सामान्य विज्ञान (gk & gs) | 150 | 200 | 3 Hours |
- परीक्षा वस्तुनिष्ठ प्रकार की होगी।
- प्रश्न पत्र में 150 प्रश्न होंगे।
- इसलिए पेपर कुल 200 अंकों का होगा।
- परीक्षा की समय अवधि 03 घंटे दी जाएगी।
- Ras prelims में केवल 2 विषय से प्रश्न पूछे जाते है, सामान्य ज्ञान और सामान्य विज्ञान
- पेपर का मानक स्नातक डिग्री स्तर का होगा।
- इस परीक्षा में 1/3 (०.33) मार्क्स की निगेटिव मार्किंग होगी।
- हर वर्ग के लिए न्यूनतम उत्तीर्ण अंक 40% है।
RAS mains Exam Pattern in hindi –
प्रश्न पत्र | विषय | अधिकतम अंक | समय |
I | सामान्य अध्ययन-I | 200 | 3 घन्टे |
II | सामान्य अध्ययन- II | 200 | 3 घन्टे |
III | सामान्य अध्ययन -III | 200 | 3 घन्टे |
IV | सामान्य हिंदी एवं सामान्य अंग्रेजी | 200 | 3 घन्टे |
- RPSC RAS मुख्य परीक्षा में 4 पेपर होते हैं।
- सभी पेपर वर्णनात्मक/विश्लेषणात्मक प्रकृति के हैं।
- पेपर का मानक: GS-1, 2 और 3 स्नातक स्तर के हैं,
- पेपर 4 (सामान्य हिंदी और सामान्य अंग्रेजी) वरिष्ठ माध्यमिक स्तर के हैं.
RAS syllabus in hindi –
अब तक हमने आपको RAS Exam Pattern in hindi के बारे में आपको बताया है और अब हम यंहा पर हम RAS syllabus in hindi में स्टेप अनुसार बताने वाले है.
यदि आपको यंहा पर संशय होतो RAS syllabus in hindi 2025 pDF आप RPSC की ऑफिसियल वेब पोर्टल से भी देख सकते है.
ras pre syllabus in hindi –
अब हम यंहा पर हम ras pre syllabus in hindi के बारे में डिटेल में बताने वाले है-
राजस्थान का इतिहास, कला, संस्कृति, साहित्य, परंपरा और विरासत-
- राजस्थान के पूर्व-ऐतिहासिक स्थल- पुरापाषाण काल से लेकर ताम्रपाषाण और कांस्य युग तक।
- ऐतिहासिक राजस्थान: प्रारंभिक ईसाई युग के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक केंद्र। प्राचीन राजस्थान में समाज, धर्म और संस्कृति।
- प्रमुख राजवंशों के प्रमुख शासकों – गुहिला, प्रतिहार, चौहान, परमार, राठौर, सिसोदिया और कच्छवा की राजनीतिक और सांस्कृतिक उपलब्धियाँ। मध्यकालीन राजस्थान में प्रशासनिक और राजस्व प्रणाली।
- आधुनिक राजस्थान का उदयः 19वीं-20वीं शताब्दी के दौरान राजस्थान में सामाजिक जागृति के एजेंट। राजनीतिक जागृति: समाचार पत्रों और राजनीतिक संस्थानों की भूमिका। 20वीं सदी में आदिवासी और किसान आंदोलन, 20वीं सदी के दौरान विभिन्न रियासतों में प्रजा मंडल आंदोलन। राजस्थान का एकीकरण।
- राजस्थान की स्थापत्य परंपरा- मंदिर, किले, महल और मानव निर्मित जल निकाय; पेंटिंग और हस्तशिल्प के विभिन्न स्कूल।
- प्रदर्शन कला: शास्त्रीय संगीत और शास्त्रीय नृत्य; लोक संगीत और वाद्ययंत्र; लोक नृत्य और नाटक।
- भाषा और साहित्य: राजस्थानी भाषा की बोलियाँ। राजस्थानी भाषा और लोक साहित्य का साहित्य।
- धार्मिक जीवन: राजस्थान में धार्मिक समुदाय, संत और संप्रदाय। राजस्थान के लोक देवता।
- राजस्थान में सामाजिक जीवन: मेले और त्यौहार; सामाजिक रीति-रिवाज और परंपराएं; पोशाक और आभूषण।
- राजस्थान की प्रमुख हस्तियां।
भारतीय इतिहास-
- प्राचीन और मध्यकालीन काल: भारत की सांस्कृतिक नींव – सिंधु और वैदिक युग; छठी शताब्दी ईसा पूर्व के त्यागी परंपरा और नए धार्मिक विचार- आजीवक, बौद्ध और जैन धर्म।
- प्रमुख राजवंशों के प्रमुख शासकों की उपलब्धियां: मौर्य, कुषाण, सातवाहन, गुप्त, चालुक्य, पल्लव और चोल।
- प्राचीन भारत में कला और वास्तुकला।
- प्राचीन भारत में भाषा और साहित्य का विकास: संस्कृत, प्राकृत और तमिल।
- सल्तनत काल: प्रमुख सल्तनत शासकों की उपलब्धियां। विजयनगर की सांस्कृतिक उपलब्धियां।
- मुगल काल: राजनीतिक चुनौतियां और सुलह- अफगान, राजपूत, दक्कन राज्य और मराठा।
- मध्ययुगीन काल के दौरान कला और वास्तुकला, पेंटिंग और संगीत का विकास।
- भक्ति और सूफी आंदोलन का धार्मिक और साहित्यिक योगदान।
- आधुनिक काल (19वीं शताब्दी के प्रारंभ से 1964 तक):आधुनिक भारत का विकास और राष्ट्रवाद का उदय: बौद्धिक जागृति; प्रेस; पश्चिमी शिक्षा। 19वीं शताब्दी के दौरान सामाजिक-धार्मिक सुधार: विभिन्न नेता और संस्थान।
- स्वतंत्रता संग्राम और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन- इसके विभिन्न चरण, धाराएं और महत्वपूर्ण योगदानकर्ता, देश के विभिन्न हिस्सों से योगदान।
- स्वतंत्रता के बाद राष्ट्र निर्माण: राज्यों का भाषाई पुनर्गठन, नेहरूवादी युग के दौरान संस्थागत निर्माण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी का विकास।
विश्व और भारत का भूगोल-
- विश्व का भूगोल: प्रमुख भू-आकृतियाँ-पहाड़, पठार, मैदान और रेगिस्तान
- प्रमुख नदियाँ और झीलें
- कृषि के प्रकार
- प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र
- पर्यावरणीय मुद्दे- मरुस्थलीकरण, वनों की कटाई, जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग, ओजोन परत का क्षरण
भारत का भूगोल:
- प्रमुख भू-आकृतियाँ- पर्वत, पठार, मैदान
- मानसून और वर्षा वितरण का तंत्र
- प्रमुख नदियाँ और झीलें
- प्रमुख फसलें- गेहूं, चावल, कपास, गन्ना, चाय और कॉफी
- प्रमुख खनिज- लौह अयस्क, मैंगनीज, बॉक्साइट, अभ्रक
- विद्युत संसाधन- पारंपरिक और गैर-पारंपरिक
- प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र।
- राष्ट्रीय राजमार्ग और प्रमुख परिवहन गलियारे
राजस्थान का भूगोल-
- प्रमुख भौगोलिक क्षेत्र और उनकी विशेषताएं।
- जलवायु विशेषताएं
- प्रमुख नदियाँ और झीलें
- प्राकृतिक वनस्पति और मिट्टी
- प्रमुख फसलें- गेहूं, मक्का, जौ, कपास, गन्ना और बाजरा
- प्रमुख उद्योगों।
- प्रमुख सिंचाई परियोजनाएं और जल संरक्षण तकनीक
- जनसंख्या-विकास, घनत्व, साक्षरता, लिंग-अनुपात और प्रमुख जनजातियाँ
- खनिज- धात्विक और अधातु
- विद्युत संसाधन- पारंपरिक और गैर-पारंपरिक
- जैव विविधता और उसका संरक्षण
- पर्यटक केंद्र और सर्किट
भारतीय संविधान, राजनीतिक व्यवस्था और शासन-
- भारतीय संविधान: दार्शनिक अभिधारणाएँ: संविधान सभा, भारतीय संविधान की मुख्य विशेषताएं, संवैधानिक संशोधन।
- प्रस्तावना, मौलिक अधिकार, राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांत, मौलिक कर्तव्य।
भारतीय राजनीतिक व्यवस्था:
- राष्ट्रपति, प्रधान मंत्री और मंत्रिपरिषद, संसद, सर्वोच्च न्यायालय और न्यायिक समीक्षा।
- भारत निर्वाचन आयोग, नियंत्रक और महालेखा परीक्षक, नीति आयोग, केंद्रीय सतर्कता आयोग, लोकपाल, केंद्रीय सूचना आयोग, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग।
- संघवाद, भारत में लोकतांत्रिक राजनीति, गठबंधन सरकारें, राष्ट्रीय एकता।
राजस्थान की राजनीतिक और प्रशासनिक व्यवस्था-
- राज्य की राजनीतिक व्यवस्था:
- राज्यपाल, मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद, विधान सभा, उच्च न्यायालय।
प्रशासनिक प्रणाली: - जिला प्रशासन, स्थानीय स्वशासन, पंचायती राज संस्थाएं
संस्थान: - राजस्थान लोक सेवा आयोग, जिला प्रशासन, राज्य मानवाधिकार आयोग, लोकायुक्त, राज्य चुनाव आयोग, राज्य सूचना आयोग।
सार्वजनिक नीति और अधिकार: - सार्वजनिक नीति, कानूनी अधिकार और नागरिक चार्टर।
आर्थिक अवधारणाएं और भारतीय अर्थव्यवस्था-
- अर्थशास्त्र की मूल अवधारणाएं बजट, बैंकिंग, सार्वजनिक वित्त, माल और सेवा कर , राष्ट्रीय आय, विकास और विकास का बुनियादी ज्ञान
- लेखांकन- प्रशासन में अवधारणा, उपकरण और उपयोग
- स्टॉक एक्सचेंज और शेयर बाजार
- राजकोषीय और मौद्रिक नीतियां
- सब्सिडी, सार्वजनिक वितरण प्रणाली
- ई-कॉमर्स
- मुद्रास्फीति- अवधारणा, प्रभाव और नियंत्रण तंत्र
- आर्थिक विकास और योजना
- अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्र: – कृषि, उद्योग, सेवा और व्यापार क्षेत्रों की वर्तमान स्थिति, मुद्दे और पहल
- प्रमुख आर्थिक समस्याएं और सरकारी पहल।
- आर्थिक सुधार और उदारीकरण।
- मानव संसाधन और आर्थिक विकास
- मानव संसाधन और आर्थिक विकास
- मानव विकास सूची
- खुशी सूचकांक
- गरीबी और बेरोजगारी:- संकल्पना, प्रकार, कारण, उपचार और वर्तमान प्रमुख योजनाएं।
- सामाजिक न्याय और अधिकारिता
- कमजोर वर्गों के लिए प्रावधान।
राजस्थान की अर्थव्यवस्था-
- अर्थव्यवस्था का मैक्रो अवलोकन।
- प्रमुख कृषि, औद्योगिक और सेवा क्षेत्र के मुद्दे।
- विकास, विकास और योजना।
- बुनियादी ढांचा और संसाधन।
- प्रमुख विकास परियोजनाएं।
- कार्यक्रम और योजनाएं- अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/पिछड़े वर्ग/अल्पसंख्यकों/विकलांग व्यक्तियों, निराश्रितों, महिलाओं, बच्चों, वृद्ध लोगों, किसानों और मजदूरों के लिए सरकारी कल्याण योजनाएं।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी-
- रोजमर्रा के विज्ञान की मूल बातें।
- कंप्यूटर, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी।
- अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और उपग्रह।
- रक्षा प्रौद्योगिकी।
- नैनो तकनीक।
- जैव प्रौद्योगिकी और आनुवंशिक इंजीनियरिंग।
- भोजन और पोषण, रक्त समूह और आरएच कारक
- स्वास्थ्य देखभाल, संक्रामक, गैर-संक्रामक और जूनोटिक रोग
- पर्यावरण और पारिस्थितिक परिवर्तन और इसके प्रभाव।
- जैव विविधता, प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और सतत विकास
- राजस्थान के विशेष संदर्भ में कृषि, बागवानी, वानिकी और पशुपालन।
- राजस्थान में विज्ञान और प्रौद्योगिकी का विकास
रीजनिंग और मेंटल एबिलिटी
- लॉजिकल रीजनिंग (डिडक्टिव, इंडक्टिव, एबडक्टिव):-
- कथन और धारणाएँ,
- कथन और तर्क,
- कथन और निष्कर्ष,
- बयान और कार्रवाई के पाठ्यक्रम।
- विश्लेषणात्मक तर्क।
मानसिक क्षमता :
- संख्या/अक्षर क्रम
- कोडिंग/डिकोडिंग
- संबंधों से संबंधित समस्याएं
- डायरेक्शन सेंस टेस्ट
- तार्किक वेन आरेख
- दर्पण / जल चित्र
- आकृतियाँ और उनके उपखंड।
मूल संख्या:
- अनुपात, अनुपात और साझेदारी
- प्रतिशत
- साधारण और चक्रवृद्धि ब्याज
- समतल आकृतियों का परिमाप और क्षेत्रफल
- डेटा विश्लेषण (टेबल्स, बार आरेख, रेखा ग्राफ, पाई-चार्ट)
- माध्य (अंकगणित, ज्यामितीय और हार्मोनिक), माध्यिका और विधा
- क्रमपरिवर्तन और संयोजन
- प्रायिकता (सरल समस्याएं)
समसामयिक घटनाएं -करेंट अफेयर्स-
- राज्य की प्रमुख समसामयिक घटनाएं और मुद्दे (राजस्थान),
- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व
- हाल के समाचारों में व्यक्ति, स्थान और संस्थान
- खेल और खेल संबंधी गतिविधियां
ras syllabus pdf in hindi –
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ras pre syllabus pdf in hindi –
ras mains syllabus in hindi –
अब हम यंहा पर हम RAS syllabus in hindi, RAS mains syllabus in hindi हिंदी में स्टेप अनुसार बताने वाले है-
पेपर- I (सामान्य ज्ञान और सामान्य अध्ययन) –
- यूनिट -1: इतिहास-
- राजस्थान का इतिहास, कला, संस्कृति, साहित्य, परंपरा और विरासत
- भारतीय इतिहास और संस्कृति
- आधुनिक विश्व का इतिहास (1950AD तक)
- यूनिट -2: अर्थशास्त्र
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- वैश्विक अर्थव्यवस्था
- राजस्थान की अर्थव्यवस्था
- यूनिट -3: समाजशास्त्र, प्रबंधन, लेखा और लेखा परीक्षा
- समाज शास्त्र
- प्रबंध
- लेखांकन ऑडिटिंग
पेपर- II (सामान्य ज्ञान और सामान्य अध्ययन)
- यूनिट -1: प्रशासनिक नैतिकता
- यूनिट -2: सामान्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- यूनिट -3: भू – विज्ञान (भूगोल और भूविज्ञान)
- World GK
- India GK
- Rajasthan GK
पेपर- III (सामान्य ज्ञान और सामान्य अध्ययन) –
- यूनिट I- भारतीय राजनीतिक व्यवस्था, विश्व राजनीति और करंट अफेयर्स
- यूनिट II- लोक प्रशासन और प्रबंधन की अवधारणाएं, मुद्दे और गतिशीलता
- यूनिट III- खेल और योग, व्यवहार और कानून
- Sports and Yoga
- Behaviour
- Law
सामान्य हिंदी और सामान्य अंग्रेजी –
- सामान्य हिंदी
- सामान्य अंग्रेजी
- Grammar & Usage
- Comprehension, Translation & Precis Writing
- Composition & Letter Writing
ras mains syllabus Pdf in hindi –
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यह भी पढ़े –
RAS pre कितने नंबर का होता है?
Ras pre exam पूरे 200 नंबर का होता है जो की सामान्य ज्ञान और सामान्य विज्ञान विषय से प्रशन पूछे जाते है.
RAS EXAM कितनी बार दे सकते हैं?
सामान्य वर्ग का कैंडिडेट 32 साल की उम्र तक छह बार सिविल सर्विसेज का एग्जाम दे सकता है।
ओबीसी वर्ग के कैंडिडेट्स 35 सालों की उम्र तक 9 बार एग्जाम दे सकेंगे।
SC/ST वर्ग के कैंडिडेट्स को 37 साल तक जितनी बार चाहें, पेपर दे सकेंगे।
RAS का इंटरव्यू कितने नंबर का होता है?
100 नंबर का इंटरव्यू होता है।
RAS सैलरी कितनी होती है?
7th pay commission के आधार पर आपको हर महीने कम से कम आपको 32000 हजार से लेकर 60000 हजार रुपय तक की सैलरी दी जाती है आपको 5400 रुपय GRADE PAY के हिसाब से पैसे मिलते है.
आरएएस इंटरव्यू में कितने अंक चाहिए?
आरएएस साक्षात्कार/व्यक्तित्व परीक्षण – 100 अंक का होता है –
RAS की तैयारी में कितना समय लगता है?
सही रणनीति के साथ सही मात्रा में तैयारी की जाती है, तो केवल 6 महीने के समय में आरएएस को क्रैक करना संभव है
RAS की तैयारी कब से शुरू करें?
जब आप की उम्र 21 से 40 वर्ष के बीच हो तब आप आरएएस भर्ती परीक्षा में भाग ले सकते हैं।
इसलिए यदि आप अभी कक्षा 12 या ग्रेजुएशन में अध्ययनरत हैं, तो आपको अभी से ही आरएएस भर्ती परीक्षा की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।
RAS में क्या बनते हैं?
यह एक सिविलियन पोस्ट होती है, और इसके लिए राज्य संघ लोक सेवा आयोग के द्वारा विज्ञापन जारी किया जाता है। इस पद पर रहते हुए व्यक्ति को राज्य सरकार के निर्देशों का अनुपालन करवाना होता है
आर ए एस का सिलेबस क्या क्या होता है?
Ras prelims में केवल 2 विषय से प्रश्न पूछे जाते है, सामान्य ज्ञान और सामान्य विज्ञान.
RAS बनने के लिए कौन सा सब्जेक्ट लेना चाहिए?
RAS परीक्षा में राजस्थान ज्योग्राफी, हिस्ट्री, इकोनॉमिक्स, पॉलिटी व भारत का सामान्य ज्ञान के साथ सामान्य विज्ञान, हिंदी व अंग्रेजी विषय सम्मिलित होते हैं।
निकर्ष-
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